भोंपूराम खबरी। यूजीसी के इस पत्र के बाद गढ़वाल विश्वविद्यालय से एफिलिएटिड डीएवी, डीबीएस, एमकेपी, एसजीआरआर पीजी कॉलेज सहित जितने भी प्राइवेट पैरामेडिकल व अन्य कॉलेज हैं, सभी में पूर्व की व्यवस्था के तहत एडमिशन होंगे। इनमें से किसी भी कॉलेज में सीयूईटी एग्जाम की जरूरत नहीं है।केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने एक बयान में उत्तराखंड की भौगौलिक परिस्थितियों को देखते हुए स्नातक की प्रवेश परीक्षा के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) आयोजित करने से छूट दे दी है. मंत्रालय ने यह निर्णय पहाड़ी क्षेत्र में दुर्गम इलाकों की वजह से लिया है. केंद्र के इस आदेश में राज्य की एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय शामिल है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने उत्तराखंड के अलावा देश के अन्य पहाड़ी राज्यों के विश्वविद्यालयों में यह छूट दी है. इस निर्णय से छात्रों को काफी लाभ मिलेगा. केंद्र ने छूट प्राप्त विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रारों को लिखे एक पत्र में इस निर्णय को “परिचालन कठिनाइयों” के लिए जिम्मेदार ठहराया. बता दें कि पूर्वोत्तर राज्यों के विश्वविद्यालयों ने इस संबंध में केंद्र सरकार से संपर्क किया था, सुझाव देते हुए 19 मई को पत्र भेजा था.