गुलदार की दहशत का ख़ात्मा करेगा ये शिकारी

भोंपूराम खबरी। बीते दिनों गुलदार द्वारा 8 साल के मासूम को निवाला बनाने की घटना सामने आई थी जिसके बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है अब गुलदार पर शिकंजा कसने के लिए प्रसिद्ध शिकारी जॉय हुकिल को बुलाया गया है।

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग के बसुकेदार तहसील के बष्टा गांव में वन विभाग ने अब प्रसिद्ध शिकारी जॉय हुकिल को गुलदार पकड़ने के लिए बुला लिया है. बुधवार से शिकारी ने गुलदार को ट्रेंकुलाइज करने के लिए यहां के जंगली माहौल का अध्ययन किया. साथ ही हमला करने वाले गुलदार को पकड़ने के लिए योजना बनानी शुरू कर दी है. बता दें कि 13 जुलाई को बष्टा गांव में गुलदार ने आठ वर्षीय बच्चे को निवाला बना दिया था. जिसके बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना है. ग्रामीणों के आक्रोश के बाद यहां पूर्व में वन विभाग द्वारा गुलदार को पकड़ने के लिए संवेदनशील स्थानों पर पिंजरा भी लगाया गया था. मगर कामयाबी नहीं मिली।

ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल और यूकेडी के मोहित डिमरी के साथ ही ग्रामीणों ने क्षेत्रीय लोगों की सुरक्षा के लिए गुलदार को पकड़ने की मांग की. ऐसा न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई. वन विभाग ने अब गुलदार को बेहोश कर पकड़ने के लिए प्रसिद्ध शिकारी जॉय हुकिल को बुला लिया है।

उक्रांद नेता मोहित डिमरी ने बताया कि क्षेत्र में घना जंगल है और यहां कई गुलदार हैं. ऐसे में प्रसिद्ध जॉय हुकिल के लिए भी गुलदार को पकड़ना बड़ी चुनौती है. गुलदार के कारण महिलाएं चारापत्ती के लिए जंगल नहीं जा पा रही हैं. इसके साथ ही प्राथमिक स्तर के बच्चों को स्कूल नहीं भेजा जा रहा है. वहीं बुधवार को शिकारी जॉय हुकिल ने वन विभाग की टीम के साथ क्षेत्र की रेकी की. यहां अन्य गुलदारों के होने की संभावनाएं देखी. साथ ही अपने ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए सुरक्षित ठिकानों की भी तलाश की, जहां से वह अपने मिशन को आगे बढ़ा सके। प्रसिद्ध शिकारी जॉय हुकिल का कहना है कि ये एक चैलेंजिंग रहेगा क्योंकि ये जंगल है चारों तरफ पहाड़ियां बहुत ज्यादा है और आजकल बरसात की वजह से यहां पर झाड़ियां भी बहुत हैं. आज हम यहां पहुंचे है अभी हम ये देख रहे हैं कि यहां पर कितने गुलदारों की मौजूदगी है. जैसे लोग भी बता रहे हैं कि यहां पर काफी गुलदारों का आना जाना है और उसको आइडेंटिफाई करना नरभक्षी जिसने ये घटना की है. जिसने बच्चे को मारा है. वो एक बड़ा चैलेंज है। उसके लिए फारेस्ट डिपार्टमेंट ने भी मिलकर ड्रोन से सर्च करने की कोशिश की है. वो कोशिश अभी भी जारी रहेगी. उसके अलावा यहां पर जगह-जगह कुछ कैमरा ट्रैप लगे हैं. जिससे ये देखेंगे कि यहां पर कितने गुलदार हैं और उनका क्या मूवमेंट है. उसके अलावा जैसे ही वो आइडेंटिफाई हो जाता है तो हम उसको ट्रेंकुलाइज करने की कोशिश करेंगे. अगर ट्रेंकुलाइज नहीं होता है तो ध्यान में रखते हुए जैसे भी आदेश मिलेगा उस तरह से कार्रवाई की जाएगी।

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