भोंपूराम खबरी,गदरपुर। उत्तराखंड का समग्र राजनैतिक इतिहास नामक पुस्तक में बुक्सा जनजाति के लिए की गई अभद्र टिप्पणी से नाराज बुक्सा जनजाति के लोगों ने जुलूस निकालकर राष्ट्रपति महोदय को संबोधित एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी राकेश चंद्र तिवारी को सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से बुक्सा जनजाति के लोगों ने आपत्तिजनक पुस्तक की बिक्री पर बैन लगाने की मांग की।
उल्लेखनीय हो कि उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी के प्राध्यापक डॉ.अजय सिंह रावत द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड का समग्र राजनीतिक इतिहास में बुक्सा जनजाति के बारे में की गई अपमानजनक टिप्पणी से बुक्सा आदिम जनजाति कल्याण सेवा समिति ने रोष जताते हुए जनजाति के लोगों के साथ एक विशाल बैठक करने के उपरांत नगर क्षेत्र में जुलूस निकाला, उनका कहना था कि पुस्तक में अमर्यादित टिप्पणी से बुक्सा जनजाति की भावनाओं को ठेस पहुंची है जिसको देखते हुए इस पुस्तक को तत्काल बैन किया जाना चाहिए उन्होंने आंदोलन की भी चेतावनी दी इस दौरान बुक्सा आदिम जनजाति कल्याण सेवा समिति के सचिव स्वरूप सिंह का आरोप है कि उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी के प्रोफेसर डॉ.अजय कुमार रावत द्वारा लिखित इस पुस्तक में बुक्सा जनजाति के बारे में अशोभनीय एवं अमर्यादित टिप्पणी की गई है जिससे बुक्सा जनजाति के लोगों में रोष व्याप्त है उन्होंने कहा कि यदि इस पुस्तक पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो उग्र आंदोलन के साथ-साथ लेखक पर मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। इस दौरान भारी संख्या में बुक्सा जनजाति के लोग शामिल थे।