रिपोर्टर: यशवंत कुमार
भोंपूराम खबरी,किच्छा। उत्तराखंड के लोक पर्व हरेला के अवसर पर उधम सिंह नगर जनपद के क्षेत्र में देवभूमि महिला उत्थान समिति द्वारा हरेला महोत्सव का आयोजन किया गया,इस कार्यक्रम में पर्वतीय समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।इस अवसर पर भगवान श्री गणेश की प्रतिमा के समक्ष दयानंद उपाध्याय एवं जगत परिहार ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया,इसके उपरांत सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं ने हरेला लोक पर्व की महत्वता को बताया।पर्वतीय समाज की महिलाओं ने बताया कि वैसे तो प्रत्येक वर्ष में 3 बार हरेला पर्व मनाया जाता है लेकिन श्रावण में काटे जाने वाले हरेला का एक विशेष महत्व है इसलिए इसको बडी ही धूमधाम से मनाया जाता है।उन्होंने कहा कि श्रावण लगने से नौ दिन पहले आषाढ़ में बोया जाता है और दस दिन बाद श्रावण के प्रथम दिन काटा जाता है।आषाढ़ मास मे बोए जाने वाले इस हरेला में पांच एवं सात प्रकार के बीज को मिट्टी के बर्तन में मिट्टी भरकर बोया जाता है और श्रावण के प्रथम दिन इसको काटकर जाता है,ऐसा माना जाता है कि जिसका हरेला जितना अच्छा उगा है उतनी ही अच्छी उसके खेत मे फसल होगी।पर्वतीय समाज की महिलाओं ने कहा कि आज इन लोकपर्वो का संरक्षण बहुत ही जरूरी है,इसलिए कार्यक्रम के माध्यम से अपनी नई पीढी को अपनी संस्कृति से जोड़ने का प्रयास कर रहे है क्योंकि आज की पीढी संस्कृति समझेगी तभी आने वाली पीढी को हमारी संस्कृति के बारे मे सही जानकारी दे पाएगी।