भोंपूराम खबरी। उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत आज दोपहर अंकिता भंडारी के परिजनों से मिलने गांव पहुंचे। उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया। वहीं, ग्रामीणों ने उन्हें ज्ञापन भी सौंपा। हरीश रावत ने कहा कि अंकिता पूरे प्रदेश की बेटी थी उसे न्याय जरूर मिलेगा। आरापियों को सजा जरूर होगी उन्हें विश्वास है। उन्होंने कहा कि कुछ सत्ताधारी नेताओं की शह पर पहाड़ की भोली भाली बच्चियों को देह व्यापार में धकेलने का प्रयास किया जा रहा है। यह बेहद चिंताजनक है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेटियां सुरक्षित नहीं रह गई हैं। मामले की निपष्क्ष जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। कहा कि वह और उनकी पार्टी इस लड़ाई को हर स्तर पर लडने को तैयार हैं। अंकिता की मां सोनी देवी के स्वास्थ्य को देखते हुए रविवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में भर्ती कराया गया है। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध बेस अस्पताल के कार्यवाहक चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि सोनी देवी घबराहट और बेचैनी की शिकायत कर रही थी। इसलिए उन्हें शाम चार बजे बेस अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कर दिया गया था। आज सुबह साढ़े नौ बजे उन्हें डिस्चार्ज कर दिया था। लेकिन आने के बाद सुबह फिर उनकी तबीयत बिगड़ गई। डॉक्टर ने घर पर आकर उनकी जांच की।
अंकिता हत्याकांड के विरोध में सोमवार को पूरे चमोली जिले में बंद का आह्वान किया गया है। गोपेश्वर व्यापार संघ की ओर से जिले के सभी व्यापार संघों से इसमें समर्थन मांगा गया है। इसके साथ ही चक्का जाम का भी एलान किया गया है। वहीं, आज गोपश्वर बाजार बंद रखा गया है। देहरादून में भी युवाओं ने प्रदर्शन किया।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री व गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि अंकिता हमारी बेटी है। घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि डीएम को पीड़ित परिवार को जल्द मुआवजा देने के निर्देश दिए गए हैं। कहा कि डीएम पौड़ी को रिजॉर्ट के सभी पहलुओं की जांच कर मानकों के खिलाफ पाए जाने पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।