भोंपूराम खबरी। राज्य में बेरोज़गारी का आलम एसा है कि युवा कमरतोड़ मेहनत के बाद भी अपने सपने पूरे नहीं कर पा रहा है ताजा मामला गढ़वाल मंडल के कोटद्वार से आया है अग्निवीर बनने के लिए सपने संजोने आया सतपुलि का युवक सुमित भर्ती में असफल हो गया और इस असफलता से युवक इस कदर टूटा कि रात को घर पहुंच कर फांसी के फंदे पर झूल गया। और मौत को गले लगा लिया अग्निवीर बनने का उसके पास ये पहला और आखिरी मौका भी था। राजस्व निरीक्षक वेद प्रकाश पटवाल ने परिजनों के हवाले से बताया कि सुमित कुमार 23 अगस्त को कोटद्वार में हो रही अग्निवीर भर्ती रैली में शामिल होने के लिए गया था। 24 अगस्त को वह कोटद्वार में भर्ती रैली में शामिल हुआ, लेकिन प्रारंभिक परीक्षा दौड़ में ही पास न होने पर मैदान से बाहर कर दिया गया। सुमित सेना में भर्ती न होने से अंदर से बहुत टूट चुका था। उसका कहना था कि सेना में शामिल होने के लिए उसके पास आखिरी मौका था। असफल होने के बाद बुधवार शाम को सुमित कुमार कोटद्वार से वापस अपने गांव लौटा और रात को परेशान होकर बगैर कुछ खाये-पीये ही अपने कमरे में चला गया। सुबह काफी देर तक सुमित कमरे से बाहर नहीं निकला तो परिजन उसके कमरे में पहुंचे। वहां सुमित का शव छत में लगे हुक में बंधी रस्सी से लटका देखकर परिजनों के होश उड़ गये। पंचायतनामा की कार्रवाई के बाद परिजनों ने दुनाव स्थित पैतृक घाट पर सुमित का अंतिम संस्कार कर दिया।