भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। इंटरार्च मजदूर संगठन का कंपनी गेट नंबर तीन पर चल रहा अनिश्चितकालीन धरना बुधवार को भी जारी रहा। धरने में स्थानीय समाजसेवी सुब्रत कुमार विश्वास ने मजदूरों का मनोबल बढ़ाया और मजदूरों को एकजुट होने को कहा। धरने में दर्जनों मजदूरों ने पालियां बनाकर भागीदारी की।
इंटरार्च मजदूर संगठन सिडकुल पंतनगर के महामंत्री सौरभ कुमार ने प्रबंधन एवं शासन प्रशासन को चेताया कि जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो मजदूर बड़ी कार्यवाही करने के लिए विवश होंगे। जिसकी समस्त जिम्मेदारी कंपनी प्रबंधन एवं शासन प्रशासन की होगी। इंटरार्च बिल्डिंग प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड सिडकुल पंतनगर व किच्छा इकाई के प्रबंधन व यूनियन के बीच बीते साल 15 दिसंबर को श्रमिकों की कार्य बहाली करने व अन्य बिंदुओं पर लिखित समझौता हुआ था। प्रबंधन ने पुलिस मुकदमों का हवाला देते हुए उसका उल्लंघन करके पंतनगर और किच्छा प्लांट से लगभग 35 लोगों की सेवा समाप्त कर दी। जिनकी आज तक कार्यबहाली नहीं की गई है। साथ ही 2018 से मजदूरों की वेतन वृद्धि भी नहीं की गई है। यहां तक की मजदूरों का बोनस ,एलटीए, बस सुविधा तथा कैंटीन जैसी मूलभूत सुविधा को भी बंद कर दिया गया है। जबकि प्रबंधन अपना पूरा बोनस, एलटीए, एवं वेतन वृद्धि कर रहा है। मजदूर चार साल में शासन प्रशासन को अपने पत्रों के माध्यम से अपनी समस्याओं से अवगत करवा चुके है। लेकिन आज तक कोई भी समस्या का हल नहीं हो सका। कंपनी में मजदूरों का शोषण चरम सीमा पर है। मजदूर अपनी समस्याओं को लेकर कंपनी गेट पर धरनारत हैं। कंपनी ठेकेदार के मजदूर से मेन प्रोडक्शन में कार्य करवा रही है जिससे अनट्रेंड लोगों के अंग भंग होने की संभावना बनी रहती है। और कई स्थाई मजदूर अपने अंग भंग खो चुके हैं। मजदूरों में आक्रोश चरम सीमा पर है।
धरने में बिरेन्द्र कुमार, सौरभ कुमार, दीपक बिस्वास, लक्ष्मण सिंह, गुलाब चन्द, किशन गिरी, वीर सिंह, रामेश्वर दयाल, फिरोज खान, सोहित कुमार, सुनील कुमार, राहुल रंजन, फखरुद्दीन, महेन्द्र पाल सहित दर्जनों मजदूर शामिल रहे।