भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। देश के कई राज्यों में हो रही लगातार बारिश के चलते ट्रकों के पहिए थम से गए हैं। इस कारण तराई के क्षेत्र में सब्जियों और फलों की आवक घट गयी है इसी के चलते कीमतों में इजाफा हो गया है। सबसे सामान्य सब्जी आलू भी लगातार महंगा हो रहा है। सब्जी व फलों के दामों में उछाल आने से गृहणियों का रसोई का बजट में बिगड़ रहा है। पहले ही रसोई गैस से लेकर चायपत्ती, सरसों का तेल आदि के दाम काफी अधिक हैं।
सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन के सदस्य कुमार राजू कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश से सेब का खेप आ रहा था लेकिन पहाड़ों पर लगातार बारिश के चलते आवक कम है। जिसकी वजह से पहले के मुकाबले फलों के दाम अधिक बढ़े हैं। सितंबर से जम्मू कश्मीर से सेब आने लगेगा। तब रेट में गिरावट आ सकती है। फल-सब्जी विक्रेता एसोसिएशन के हनीफ ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान सब्जियों व फलों के रेट बहुत कम थे। लेकिन महाराष्ट्र में लगातार बारिश के कारण आपूर्ति न होने से संतरों के दाम कुछ हद तक बढ़े हैं। वहीं मध्य प्रदेश से भी तरबूज और खरबूजे के आवक घट गयी है। सेबर 180 से 250 रुपये प्रति किलो बिक रहा है तो आम सौ रुपये किलो के करीब पहुँच गया है। लोकल सब्जियां के सहारे बाजार चल रहा है। सब्जी विक्रेता सुरेन्द्र यादव आगरा और दिल्ली से ही हरी सब्जियां मंगाई जा रही है। अक्टूबर से लोकल सब्जियों की आवक बढ़ने पर रेट में गिरावट आने लगेगी।