भोंपूराम खबरी। उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ प्रवक्ता डॉली शर्मा के गाजियाबाद स्थित आवास पर पुलिस द्वारा की गई नजरबंदी की कड़ी आलोचना की है।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि डॉली शर्मा ने दिल्ली जाकर कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और राहुल गांधी आदि पर जो ईडी द्वारा उत्पीड़नात्मक कार्रवाई की जा रही है उसका विरोध किया था ।जो की पूरी तरह से न्याय संगत ,तर्कसंगत और लोकतांत्रिक अधिकारों के अनुकूल है ।लेकिन इसके बावजूद भी उत्तर प्रदेश में, तमाम संविधान द्वारा प्रदत्त मानव अधिकारों का योगी आदित्यनाथ की तानाशाहीपूर्ण सरकार द्वारा दुरुपयोग किया जा रहा है और डॉली शर्मा समेत राज्य के हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रजातांत्रिक अधिकार छीने जा रहे हैं, जोकि सीधे-साधे भाजपा के फासिस्ट राज तौर तरीके दिखाते हैं ।
धीरेंद्र प्रताप ने दावा किया कि ईडी ने जो मामले श्रीमती सोनिया गांधी व श्री राहुल गांधी व अन्य कांग्रेसी नेताओं के विरुद्ध दर्ज किए हैं वह सब झूठे साबित होंगे और एक बार फिर से देश के लिए कुर्बानी देने वाले गांधी परिवार के तमाम लोग देश की सत्ता पर काविश होंगे और जनता का भारी समर्थन उन्हें देश की मुख्यधारा में लाकर रहेगा।
उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली तानाशाही सरकार को नियंत्रण में रखने की अपील करते हुए कहा है कि यदि राष्ट्रपति कोविंद भी देश के सर्वोच्च नागरिक होने के बाद देश में जनता के प्रजातांत्रिक अधिकारों की रक्षा नहीं कर पाएंगे तो इतिहास में उनका नाम भी संविधान के विध्वंसको की श्रेणी में आएगा और उन्हें ऐसे आरोपों से बचना चाहिए। और प्रजातंत्र द्वारा दी गई शक्ति का उपयोग कर दिल्ली में नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार को देश के संविधान के साथ खिलवाड़ करने से रोकना चाहिए ।उन्होंने गाजियाबाद में कांग्रेस प्रवक्ता डोली शर्मा व उनके परिवार के स्वतंत्र विचरण के लिए उनके आवास से पुलिस की घेराबंदी तत्काल हटाए जाने की मांग की है ।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के सचिव जाने-माने दलित नेता जितेंद्र गौड़ ने भी डॉली शर्मा के आवास पर पुलिस घेराबंदी की कड़ी निंदा की है और सरकार को चेतावनी दी है यदि सरकार ने अपना रुख नहीं बदला कांग्रेस कार्यकर्ता सत्याग्रह कर राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार को उखाड़ फेंकेंगे।