भोपूराम ख़बरी, रुद्रपुर। भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती नगर निगम सभागार में सादगी के साथ मनाई गयी। इस अवसर पर मेयर रामपाल सिंह, मुख्य नगर आयुक्त विशाल मिश्रा समेत नगर निगम के अधिकारियों ने पंत जी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
आयोजित कार्यक्रम में मेयर रामपाल सिंह ने कहा कि पंत का जन्म 10 सितंबर 1887 को हुआ था। वह प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी के साथ वरिष्ठ भारतीय राजनेता भी थे। वह यूपी के पहले मुख्यमंत्री और भारत के चौथे गृहमंत्री रहे। पंडित जी को वर्ष 1957 में भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित किया गया था। देश के लिए पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी का योगदान भुलाया नहीं जा सकता। पंडित पंत एक प्रखर चिंतक, दूरदर्शी राजनेता थे उन्होंने एक स्वतंत्रता सेनानी के रूप में अंग्रेजों से लोहा लिया और एक आदर्श राजनेता के तौर पर समाज कल्याण की दिशा में भी काम किया। उन्हें आधुनिक उत्तर भारत के निर्माता के रूप में भी याद किया जाता है वह देश भर में सबसे अधिक हिंदी प्रेमी के रूप में भी जाने जाते थे। पंत जी के प्रयासों से ही हिंदी को राजकीय भाषा का दर्जा मिला। जमींदारी उन्मूलन उनकी सरकार का साहसिक निर्णय था जिससे लाखों किसानों का भाग्य बदल गया और वे उस जमीन के मालिक बन गये जिस पर हाड़ तोड़ मेहनत करने के बाद भी उनका अधिकार नहीं था। इस दौरान निगम के वित्त अधिकारी बची राम आर्य, सहायक नगर आयुक्त सरताज सिंह मनहास, प्रभारी अधिशासी अधिकारी गजेंद्र पाल, लता आर्या, उदयवीर सिंह, बीसी रिखाडी, कपूर सिंह, संजय मनराल, निशा, गायत्री, आशा देवी सहित समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।