भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। उच्च न्यायालय और शासन की ओर से जारी आदेश के बाद भी निजी स्कूल संचालक ट्यूशन के अलावा अतिरिक्त फीस लेने से बाज़ नहीं आ रहे है। ऐसे में अभिभावकों ने शिकायत पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। निजी स्कूलों द्वारा फीस बढ़ाने को लेकर जांच की मांग जिलाधिकारी रंजना राजगुरु से गयी है। जल्द ही कार्रवाई न होने की दशा में मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरने की चेतावनी भी दी गयी है।
समाजसेवी किरन सिंह विर्क ने शिकायती पत्र में कहा है कि कोरोना काल से प्राइवेट स्कूलों द्वारा ट्यूशन फीस के नाम पर मनमाने ढंग से फीस वसूली जा रही है। जिसके संबंध में कई शिकायत पत्र शिक्षा विभाग व अन्य संबंधित अधिकारियों को दिए गए थे। इसके बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर मामले की जांच के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी, नगर आयुक्त और मुख्य कोषाधिकारी को शामिल किया गया था। शिकायत पत्र में बताया गया है कि फीस वृद्धि को लेकर एक वर्ष पहले ही जांच के लिए निर्देशित किया गया था। जिसकी रिपोर्ट न तो शिकायतकर्ता को उपलब्ध कराई गयी है और न ही निजी स्कूलों पर इस संबंध में कोई कार्रवाई की गयी है। जिससे व्यथित होकर अभिभावक 8 अप्रैल 2021 को मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे थे। मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा 15 दिन में समस्या का निस्तारण करने के आश्वासन दिए जाने के बाद धरना खत्म किया गया था। बावजूद इसके निजी शिक्षण संस्थानों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। विर्क ने कहा है कि 15 दिन में कोई कार्रवाई न होने पर अभिभावक मुख्या शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर धरने दिया जायेगा।