पहाड़ की बेटी के हत्यारों पर धामी सरकार ने चलवाया बुलडोजर।

भोंपूराम खबरी, पौड़ी गढ़वाल।

हत्या करने वाले अभियुक्तों को जनपद पुलिस ने 24 घण्टे के अंदर किया गिरफ्तार, गुमशुदगी दर्ज कराने वाला रिजोर्ट मालिक ही निकला, हत्या का मुख्य आरोपी।

पौड़ी जिले के यम्केश्वर ब्लॉक में गंगा भोगपुर के वनअंतरा रिजॉर्ट में कार्य करने वाली 19 वर्षीय युवती अंकिता भंडारी के लापता मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने हत्या के जुर्म मे रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर को गिरफ्तार किया है, तीनो हरिद्वार जिले के रहने वाले है, पौड़ी पुलिस ने मामले की जांच करते हुए खोजबीन शुरू कि तो रिजॉर्ट कर्मियों से पूछताछ पर पता चला कि अंकिता उपरोक्त तीनों के साथ रात्रि करीब 8 बजे रिजॉर्ट से गयी थी परन्तु रात साढ़े दस से साढ़े ग्यारह बजे के बीच केवल ये तीनों ही वापस आये थे अंकिता इनके साथ नहीं थी।

तीनों व्यक्तियों द्वारा खाने के लिये कुक को बताया और अंकिता का खाना रूम सर्विस द्वारा ना भेजकर अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता लेकर गया, इसके बाद जब पुलिस ने तीनो वयक्तियो को हिरासत में लिया तो, तीनों ने सच क़बूल लिया, पूछताछ करने पर सौरभ भास्कर ने बताया कि 18 सितंबर शाम पुलकित व अंकिता रिजार्ट में थे तब पुलकित और अंकिता के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था तब पुलकित ने कहा कि अंकिता गुस्से में है इसे लेकर ऋषिकेश चलते हैं। जिस पर अंकिता मेरे साथ मोटरसाईकिल पर बैठी थी। पुलकित और अंकित स्कूटी से गये हम लोग बैराज होते हुए एम्स के पास पहुंचे। वापसी में पुलकित अंकिता को लेकर स्कूटी पर आय़ा। मैं और अंकित साथ में आये। पुलकित अंकिता को लेकर आगे निकल गया। हम बैराज चौकी से करीब 1.5 किमी पहुंचे तो पुलकित अंधेरे में रुका था, हम भी रुक गये तब हमने वहीं पर रुककर शराब पी व मोमो खाये शराब मैने अंकित व पुलकित ने पी थी।

चीला रोड पर नहर के किनारे बैठे हुए थे जब हम शराब पी रहे थे तो अंकिता व पुलकित के बीच फिर विवाद होने लगा। अंकिता हमें अपने साथियों के बीच बदनाम करती थी व हमारी बातें अपने साथियों को बताती थी कि हम उसे कस्टमर से सम्बन्ध बनाने के लिये कहते हैं। पुलकित ने अंकित से कहा कि तू हमारे बीच की बात अपने साथियों को क्यूं बताती है तो वह गुस्सा हो गयी और अंकिता के साथ हमारी झड़प हो गयी। अंकिता कहने लगी कि मैं तुम्हारे रिजार्ट की हकीकत बयां कर दूंगी सारी बातें बता दूंगी और उसने पुलकित का मोबाईल नहर में फेक दिया। इस पर हमें गुस्सा आ गया हमें नशे में पता नहीं चला कि हम क्या कर रहे हैं। अंकिता हमसे हाथापाई करने लगी तभी हमने गुस्से में उसे धक्का दे दिया और वह नहर में गिरी व एक-दो बार पानी के ऊपर आकर चिल्लाई उसके बाद नहर में डूब गयी। हम घबरा गये क्योकि रात काफी हो चुकी थी। हमने सोचा कि हम कैसे बचें क्योकि अंकिता को हमारे साथ आते हुए अभिनव व कुश ने देखा था। तब हमने प्लान किया व प्लान के तहत अंकिता ने हमारे सैफ मनवीर को फोन कर चार आदमियों का खाना तैयार करने को कहा मनवीर ने अंकित से पूछ लिया कि अंकिता मैडम आपके साथ है तो अंकित घबरा गया और उसने मना कर दिया कि अंकिता हमारे साथ नहीं है। तब हम तीनों रिजार्ट में पहुंचे आर चुपके से रिजार्ट के किनारे वाले रास्ते से रिजार्ट में आ गया हमने प्लान के तहत सोचा कि अंकित सैफ से कहेगा कि अंकिता को मैं खाना देता हूँ, ताकि रिजार्ट कर्मियों को लगे कि अंकिता कमरे में ही है। इस प्लान के तहत अंकित ही खाना लेकर अंकिता के कमरे मे गया और खाना रखकर आ गया। सुबह पुलकित और अंकित गुप्ता हरिद्वार चले गये और हरिद्वार से पुलकित ने नया मोबाईल और अपने जियो का डमी सिम खरीदा और प्लान के तहत ही पुलकित ने हमारे रिजार्ट में काम करने वाले सौरव बिष्ट को कहा कि अंकिता को कमरे में जाकर उसका फोन ले आओ ताकि सौरव विष्ट कमरे में जाये और हमें बताये की अंकिता कमरे में नहीं है और न ही फोन है। यही बात हुई तब हम पर किसी को शक न हो इसलिये पुलकित ही अंकिता की गुम होने की FIR दर्ज कराने गया। हम तीनों ने मिलकर यही सोचा था कि हम तीनों एक जैसे बयान देगें इसलिये सोच समझकर हमने घटना की टाईमिंग सैट की थी। इसी हिसाब से FIR दर्ज करायी थी ताकि हम पर कोई शक न कर सके। पूछताछ के दौरान अभिगणों द्वारा अपने जुर्म का इकबाल करने पर इन्हें उनके जुर्म धारा 302/201/120 बी भादवि से अवगत कराकर गिरफ्तार किया गया।

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