रुद्रपुर। स्काॅलरशिप की रकम पाने के लिए बेटियों को सरकारी दफतरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। कई महिनों तक चक्कर काटने के बाद भी स्काॅलरशिप की रकम अभी तक बेटियों को नही मिल पाई है। सरकारी योजनाओं के तहत शिक्षा पा रही बेटियों को इस कारण अनेकपरेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विभागीय उदासीनता के चक्कर में बेटियां नौकरीके लिए निकलने वाले अनेक फार्म भरने के अवसर से भी हाथ धो चुकि हैं। दुर्भाग्य ही है कि अनुसुचित, पिछड़ा वर्ग और अनुसुचित जनजाति के तहत स्काॅलरशिप पाने वाली बेटियों को अभी तक इस कारण शैक्षिक प्रमाण पत्र तक नहीं मिल पा रहा है।
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अधर में बेटियों का भविष्य महिनों से स्काॅलरशिप की मांगकर रही बाजपुर की रुबी ने बताया कि वह जिला समाज कल्याण अधिकारी से पंाच बार स्काॅलरशिप दिलाने की गुहार लगा चुकी है। इसके बावजूद अभी तक नहीं मिल पाया है।बताया, हर बार एक हफते बाद आने का आश्वासन देकर लौटा दिया जाता है। वहीं एक निजी काॅलेज में बीएड की छात्रा पुष्पा का कहना है कि उनका कोर्स कंपलीट हो चुका हैं मगरकालेज प्रबंधन द्वारा 42 हजार की फीस जमा नहीं होने के कारण उनका प्रमाण पत्र उन्हेंनहीं दिया जा रहा हैं। इस कारण वह किसी नौकरी के लिए भी आवेदन नहीं कर पा रही है न ही आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रयास कर सकती है।
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शासन से स्काॅलरशिप अभीस्वीकृत नहीं हुई है। इसके लिए कुछ माह पूर्व ही प्रस्ताव तैयार कर भेज दिया गया है।जल्द से जल्द स्काॅरशिप दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। नवीन गिरि, जिला समाजकल्याण अधिकारी, यूएस नगर।