भोंपूराम खबरी। जसपुर में आज स्थानीय कांग्रेसी विधायक आदेश चौहान ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कोतवाली में धरना प्रदर्शन करते हुए स्वयं तथा उनके गनर के साथ मारपीट और अभद्रता करते हुए गनर की वर्दी फाड़ने का आरोप लगाते हुए दूसरे पक्ष के 3 लोगों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। इस दौरान विधायक समर्थकों ने कोतवाली में जबरदस्त नारेबाजी की। इस दौरान विधायक आदेश चौहान ने कहा कि वह इस मामले में कल प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक तथा विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे। वही दूसरी तरफ दूसरे पक्ष ने भी स्थानीय विधायक आदेश चौहान समेत उनके दर्जनभर साथियों के खिलाफ मारपीट और अभद्रता करने की तहरीर पुलिस को दी है पुलिस दोनों पक्षों की तहरीर की जांच कर रही है। दरअसल जसपुर कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में जसपुर विधायक आदेश चौहान ने कहा कि बीते रोज वह गांव निवारमंडी में अपने आवास पर थे। इस बीच क्षेत्र के तीन लोग उनके आवास में घुस आए। वे कहने लगे कि तुम हमारे खिलाफ बहुत शिकायत करते हो और शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने लगे।
विधायक का कहना है कि उन्होंने कहा कि वह आम जनता के साथ हैं और दबाव में नहीं आएंगे। इस पर तीनों लोग आग बबूला हो गए। आरोप है कि उन्होंने गालीगलौज करते हुए कहा कि तुम हमारा ब्याज का काम रुकवाना चाहते हो। शोर सुनकर सरदार सुखदेव सिंह, विधायक का गनर प्रयाग सिंह व अन्य लोग मौके पर आ गए। आरोप है कि तीनों ने हमला कर उनके गनर की वर्दी फाड़ दी। उपस्थित लोगों ने बमुश्किल उन्हें और उनके गनर को बचाया। आरोपी जान से मारने की धमकी देकर चले गए। वहीं दूसरे पक्ष ने भी पुलिस को दो तहरीर के माध्यम से कहा कि उनका और एक व्यक्ति का अदालत में मुकदमा विचाराधीन है। बीते रोज विधायक आदेश चौहान ने दोनों पक्षों में समझौते के लिए उन्हें अपने निवास पर बुलाया था। वह अपने पुत्र और भाई को लेकर गया था। उनके भाई बीजेपी समर्थक हैं। उसे देखते ही विधायक आदेश चौहान आग बबूला हो गए। उसके पुत्र और भाई के साथ गालीगलौज करने लगे। मुकदमा वापस लेने से मना करने पर विधायक आदेश चौहान, सुनील कुमार और उनके 10-12 साथियों ने धक्का-मुक्की कर मारपीट की। उन्होंने कहा कि उन्हें उनके पुत्र और भाई को आरोपियों से जान का खतरा है। कोतवाली पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर जांच शुरू कर दी है। विधायक आदेश चौहान के समर्थन में देर शाम दर्जनों की संख्या में कांग्रेसी कोतवाली पहुंच गए और उनका गनर हटाने का विरोध किया। धरना प्रदर्शन के दौरान विधायक आदेश चौहान ने कहा कि उन पर हमला होने के बाद भाजपा सरकार ने उनका गनर हटा लिया है। उन पर हमला होने के बाद भाजपा सरकार को उनकी सुरक्षा बढ़ानी चाहिए थी। पूरे मामले में एसपी काशीपुर चंद्रमोहन सिंह ने कहा कि विधायक के गनर को नहीं हटाया गया है। बस गनर प्रयाग सिंह को पूछताछ के लिए जिला मुख्यालय बुलाया गया था। एसएसपी मंजूनाथ टीसी के निर्देश पर विधायकआदेश चौहान को दूसरा गनर उपलब्ध करा दिया गया है।
आज कोतवाली में कांग्रेसी विधायक आदेश चौहान अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कोतवाली में पहुंचे तथा धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने जिले के पुलिस कप्तान पर गंभीर आरोप लगाए। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जसपुर में अवैध शराब, नशाखोरी और सूदखोरी चरम सीमा पर है। बीते दिनों सूदखोर द्वारा पीड़ित एक युवक ने उनके पास आकर शिकायत की थी जिसके बाद उन्होंने एक शिकायती पत्र पीड़ित की तरफ से उप जिलाधिकारी जसपुर को दिया था। उक्त सूदखोर के द्वारा शिकायतें पत्र वापस कराए जाने का दवाब बनाया उसके बाद मामले को लेकर सूदखोरों के द्वारा उन पर जानलेवा हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि जानलेवा हमले के प्रयास की शिकायत पुलिस को करते ही सूचना पर पुलिस उन्हें पकड़ लायी। उसके तुरंत बाद की पुलिस के द्वारा उन लोगों को छोड़ दिया गया तथा तुरंत ही उनका गनर हटा दिया गया। उन्होंने पुलिस की इस कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए जिले के पुलिस कप्तान से जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि बीते कुछ दिन पूर्व एसएसपी के द्वारा अपहरण की एक फर्जी रिपोर्ट कोतवाल से दर्ज कराई थी। उस मामले में एसएसपी की शिकायत विधानसभा में की थी। उन्होंने कहा कि एसएसपी उन्हें फंसाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि दोपहर 2 बजे उनकी सुरक्षा हटाने के बाद रात में 8 बजे उनकी सुरक्षा में नया गनर भेज दिया गया, जिसे वह जानते ही नहीं हैं। उन्होंने साफ कहा कि जब तक मंजूनाथ टीसी उधम सिंह नगर जिले के एसएसपी हैं तब तक वह अपनी सुरक्षा नहीं लेंगे। उनकी दूसरी मांग है कि दूसरे पक्ष को किसके कहने पर छोड़ दिया गया तथा तीसरी मांग रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों के द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर वह विधानसभा अध्यक्ष के सम्मुख पहुंचकर पूरा मामला रखेंगे। पूरे मामले में वीर सिंह ने कहा कि ब्याज पर पैसे दिए जाने के मामले में विधायक आवास पर दोनों पक्ष पहुंचे थे, जहां दोनों पक्षों में कहासुनी हो गयी थी। मामले में दोनों पक्षों की तरफ से तहरीर प्राप्त हो चुकी है और मामले में जांच चल रही है और जल्द ही मामले में विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।