रुद्रपुर। कोरोना वैक्सीन की बाट जोह रहे उधम सिंह नगर के वाशिंदों को कुछ वक़्त और इंतज़ार करना पड़ सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घोषणा केअनुरूप सोलह जनवरी के बाद जिले के स्वास्थ्य विभाग को वैक्सीन की पहली खेप प्राप्त हो जाएगी। लेकिन इस वैक्सीन लाभ सबसे पहले निजी व सरकारी अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों व कर्मियों को दिया जायेगा। दूसरे राउंड में प्रथम पंक्ति के कोरोना योद्धा यानि पुलिस व अर्ध सैनिक बलों को वैक्सीन का टीका लगाया जायेगा। अंत में आम जनता को यह वैक्सीन लगायी जायेगी। जिले के सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अविनाश खन्ना ने बताया कि वैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। हालाँकि उन्होंने स्पष्ट किया कि यह तय नहीं है कि जिले को सोलह जनवरी को ही वैक्सीन की खेप मिल जाएगी। लेकिन बताया कि कुमाऊँ परिक्षेत्र में नैनीताल, अल्मोड़ा व उधम सिंह नगर जिले में तीन रीजनल सेंटर बनाए गए हैं। इन तीनों जिलों से ही समीपवर्ती एक-एक जिले को वैक्सीन की आपूर्ति की जाएगी। ऐसे में चम्पावत जिले की वैक्सीन की आपूर्ति संभवतः उधम सिंह नगर जिले से की जाएगी।
कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर जिले के स्वास्थ्य विभाग की तैयारी पूरी
डॉ खन्ना ने आगे बताया कि वैक्सीन लगाने के प्रत्येक राउंड के बीच लगभग 28 दिन का अंतराल रहेगा। इस कारण आम जनता का वैक्सीनेशन होने में लगभग दो माह का समय लग सकता है। हाल ही में विदेशों से वैक्सीन लगाए जाने के दौरान कुछ लोगों की मौत की सूचना पर डॉ खन्ना ने कहा कि लोगों के मन में वैक्सीन को लेकर बैठा डर निरर्थक है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के टीके से जितनी भी मौतें विदेशों में तथाकथित तौर पर दर्ज हुई हैं उसे स्वास्थ्य विज्ञान में अनोफिलिक्स शॉक कहा जाता है। इसमें मृत्यु का कारण दवाई का रिएक्शन नहीं बल्कि पहले से किसी बीमारी से ग्रसित होना होता है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन से कुछ लोगों को थोड़े साइड इफ़ेक्ट हो सकते हैं मगर उसके चलते घबराने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इस वैक्सीन को तमाम परीक्षण के बाद ही देश की जनता को लगाए जाने की स्वीकृति मिली है।
नगर में जवाहर लाल नेहरु जिला अस्पताल के अतिरिक्त निजी रूप से संचालित द मेडिसिटी हॉस्पिटल, गौतम अस्पताल व अमृत अस्पताल में भी कोरोना वैक्सीनेशन किया जायेगा। इसके लिए इन निजी अस्पताल को भी सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स बता दी गयी हैं और स्टाफ को प्रशिक्षित भी किया गया है। — डॉ डीएस पंचपाल ,, मुख्या चिकित्सा अधिकारी, उधम सिंह नगर