रुद्रपुर। महिलाओं को स्वावलंबन की दिशा में अग्रसर किये जाने के लिए उधम सिंह नगर प्रशासन की मेहनत अब रंग लाने लगी है। आजीविका मिशन व ग्रामीण विकास के तहत जिले में स्थापित किये गए 6 ग्रोथ सेंटर विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना के अनुसार साल 2021 के अंत तक हजारों महिलाएं इन ग्रोथ सेंटर से लाभान्वित होकर न सिर्फ अपने घरों की आर्थिक स्थितियाँ सुधारने में सहयोग करेंगी बल्कि आत्मविश्वास के साथ समाज की मुख्यधारा में भी शामिल होंगी।
ग्रोथ सेंटर की संकल्पना के बारे में बताते हुए प्रोजेक्ट डायरेक्टर हिमांशु जोशी ने बताया कि जिले में खटीमा के पहेनिया में हस्तशिल्प क्लस्टर स्थापित है। यहाँ वर्तमान में सात ग्राम पंचायतों से 120 महिलाएं कार्यरत हैं। यहाँ के उत्पाद ऑनलाइन बिक रहे हैं और इनकी विदेशों में भी मांग है। यहाँ प्रति महिला आय पांच हजार रुपये महीना है और शीघ्र ही यहाँ उत्पादन क्षमता बढाकर नौ सौ महिलाओं को रोजगार दिया जायेगा। इसी तरह गदरपुर के गोविंदपुर में स्थापित क्लस्टर में 25 महिलाएं कार्यरत हैं। 2.7 टन मसालों का प्रतिमाह उत्पादन कर यहाँ प्रत्येक महिला तीन हजार रुपये मासिक कमाती है।
रुद्रपुर के ग्रोथ सेंटर में बन रहे मडुवे के बिस्किट आंगनबाड़ी केन्द्रों में भेजे जा रहे हैं। इससे बच्चों को पौष्टिक भोजन भी मिल रहा है और ग्रोथ सेंटर के उत्पादों की खपत भी बढ़ रही है। साथ ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों की विकासशील योजनायें एक साथ क्रियान्वित हो पा रही हैं।
इन ग्रोथ सेंटर की स्थापना मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना को ध्यान में रखते हुए की गयी है। जिस क्षेत्र में जिस वस्तु का उत्पादन व आपूर्ति सरलता से हो सके और कच्चे माल की प्रचुरता के साथ ही महिलाएं जिस कला में पारंगत हो उसका विशेष ध्यान रखा गया है। इस योजना का मुख उद्देश्य महिलाओं को जागरूक व आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उनमें आत्मविश्वास पैदा करना है। हिमांशु खुराना , मुख्य विकास अधिकारी, उधम सिंह नगर