भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। पति के गायब होने के बाद पुलिस जिस गुमशुदगी के मामले को साक्ष्यों के अभाव दिखाकर अंतिम रिपोर्ट लगा चुकी थी, उसमें 12वर्ष के बाद सच समाने आ गया। गयाव व्यक्ति की उसके ही भाई ने हत्या की थी।12 बर्ष के बाद हत्या कांड के खुलासे पर एसएसपी ने पुलिस टीम को 15और डीआईजी ने 20 हजार रुपए का ईनाम देने की घोषणा की है। एसएसपी ने कोतवाल विक्रम सिंह राठौर की सराहना की तो एस एसआई सतीश चंद्र कापड़ी और विवेचक संदीप शर्मा की पीठ भी थपथपाई। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने रविवार को पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया की 01 अगस्त 2011 को सुभाष कालौनी निवासी महिला कृष्णा देवी ने अपने पति भौना साहनी के गायव होने की गुमशुदगी कोतवाली में दर्ज कराई थी,महिला ने इस मामले में अपने देवर छुट्टन साहनी पर शक जाहिर किया था,इस मामले में पुलिस ने साक्ष्य न मिलने पर अतिरिम रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर दी थी, लेकिन महिला ने पुलिस रिपोर्ट पर असंतुष्ट होते हुए फिर जांच की मांग की।इस मामले में एस आई बाजार चौकी इंचार्ज संदीप शर्मा को सौंपी गयी थी,इधर जांच आईयो ने महिला से बात करने के बाद उसके देवर का खोज निकाला। एसएसपी के मुताबिक उसका देवर छुट्टन देहरादून के रायपुर क्षेत्र में रहता था, पुलिस ने वहां जाकर जानकारी ली तो उसने सही जानकारी नहीं थी,वहीं वह घबरा जरुर आया। पुलिस गत दिवस वह अपनी भाभी कृष्णा देवी से माफी मांगने रुद्रपुर पंहुचा तो उसे दबोच लिया गया। जहां उसने हत्या की बात कबूल कर ली। एसएसपी मंजूनाथ के मुताबिक ने दोनों बंटवारे को लेकर विवाद था,जिससे आरोपी ने बौना साहनी की पत्थरों से कुचलकर हत्या की फिर उसका शव बोले बंद कर नाले में फेंक दिया।डीसीआरबी से उस वक्त बरामद शव के फोटो की महिला ने शिनाख्त कर ली है। एसएसपी ने कहा महिला को 12 बर्ष के बाद न्याय मिला है,वहीं उन्होंने पुलिस टीम की पीठ भी थपथपाई। उन्होंने कहां यह सफलता पुलिस द्वारा चलाए जा रहे लंबित मामले के निस्तारण की बजह से भी मिली है। एसएसपी ने पुराने मामलों के खुलासे से पीड़ितों में पुलिस के प्रति भरोसा बढता है,वहीं अधिकारियों को भी खुशी होती है