भोंपूराम खबरी। समय के साथ-साथ हर इंसान की सोच भी बदलती है और नज़रिया भी। कुछ इसी तरह के क्रांतिकारी बदलाव शिक्षा के क्षेत्र में भी आए हैं। पहले जहाँ पढ़ाई को अधिक महत्त्व नहीं दिया जाता था, वहीं अब हर व्यक्ति शिक्षा का महत्त्व समझता है और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करवाना चाहता है।
आज प्रत्येक माँ-बाप अपने बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन उपलब्ध कराना चाहते हैं, जिससे उनकी संतान का भविष्य उज्ज्वल व सुरक्षित हो सके और वह जीवन में बड़ा मुकाम हासिल करे। परन्तु क्या अच्छी शिक्षा पाना हर किसी के नसीब में होता है? ऐसे माता-पिता जिनकी आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है, वे भी चाहते हैं कि दूसरे बच्चों की तरह उनके बच्चे भी अच्छे स्कूल से पढ़ाई करें, पर ऐसा सम्भव नहीं हो पाता है। क्योंकि भारत में कुछ स्कूल व कॉलेज ऐसे भी हैं, जिनमें एडमिशन लेना हर किसी के बस की बात नहीं है। इनकी फीस जानेंगे तो आप हैरान रह जाएंगे। कई स्कूलों की फीस तो एक साधारण व्यक्ति की सैलरी से भी अधिक है। ये ऐसे स्कूल हैं, जिनमें देश-विदेश से स्टूडेंट्स पढ़ने आया करते हैं। तो चलिए आज हम जानते हैं कि भारत के सबसे महंगे स्कूल (Bharat ke Sabse Mehnge School) कौनसे हैं और उनकी क्या खासियत है? सन 1897 में ग्वालियर के महाराजा माधव राव सिंधिया (Madho Rao Scindia) ने सिंधिया स्कूल (The Scindia School) की स्थापना की थी। ग्वालियर में स्थित 110 एकड़ में विस्तृत ये स्कूल केवल लड़कों का बोर्डिंग स्कूल है। इस स्कूल के पास आपको खूब सुंदर पहाड़ों के दृश्य देखने को मिलेंगे। केवल यहाँ की लोकेशन ही खास नहीं है, बल्कि इसमें दूसरी भी कई विशेषताएँ हैं। इस स्कूल में 10 बच्चों मध्य एक टीचर नियुक्त किया गया है। यहाँ 5 वी कक्षा से लेकर 12 वीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है।
इसके डायरेक्टर माधव राव सिंधिया हैं। पहले यह स्कूल केवल राजा महाराजाओं, बड़े पॉलिटिशियन व बिजनेस मैन के बच्चों को शिक्षित करने के लिए ही शुरू हुआ था, लेकिन बाद में यह एक पब्लिक स्कूल बन गया। अब यहाँ कोई भी विद्यार्थी एडमिशन ले सकता है। बता दें कि सिंधिया स्कूल की फीस 12,00,000 लाख रुपए तक है। भारत की कई नामी शख्सियत हैं, जिन्होंने इस स्कूल से शिक्षा ली है, जैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी, सलमान खान, अरबाज खान, अनुराग कश्यप इत्यादि कई मशहूर व्यक्ति यहाँ से पढ़े हैं। यह कॉलेज भी केवल बॉयज के लिए है। इसकी स्थापना वर्ष 1875 में मेयो के 6 वें अर्ल रिचर्ड बोर द्वारा की गई थी। मायो कॉलेज भारत के सबसे पुराने बोर्डिंग स्कूलों में से एक माना जाता है। इसमें लगभग 750 स्टूडेंट्स हैं और यह 387 एकड़ की जमीन पर विस्तृत है। इस कॉलेज में भी 10 स्टूडेंट्स के बीच एक टीचर नियुक्त किया गया है।
यहाँ पढ़ाई के साथ-साथ हार्स राइडिंग, राइफल शूटिंग जैसे बहुत से खेल भी खिलाए जाते हैं। इस कॉलेज में गोल्फ कोर्स, पोलो ग्राउंड, 50 घोड़ों के अस्तबल जैसी कई सुविधाएँ हैं। हमारे देश की सरकार द्वारा वर्ष 1986 में मायो कॉलेज के नाम का एक डाक टिकट भी जारी किया गया था, उस टिकट पर इस स्कूल की फोटो छपी थी।
इस कॉलेज की फीस की बात करें तो भारतीय नागरिकों के लिए यहाँ की फीस 6,50,000 रुपए है तथा विदेशी छात्रों के लिए 13,00,000 रुपए तक है। मायो कॉलेज से भी बड़ी-बड़ी हस्तियों ने पढ़ाई की है। जिनमें जम्मू कश्मीर के अंतिम शासक महाराजा हरि सिंह बहादुर, लेखक इंद्र सिन्हा व टीनू आनंद जैसे व्यक्तियों के नाम सम्मिलित हैं। भारत के उत्तराखंड में स्थित खूबसूरत स्थान मसूरी, जो धरती का स्वर्ग कहलाता है। वहाँ पर वुडस्टॉक स्कूल (Woodstock School) स्थित है। इस स्कूल की लोकेशन बहुत मनमोहक है। ये जंगलों के बीच पहाड़ों के ऊपर बना हुआ है। वर्ष 1854 में यह स्कूल बनाया गया था। इसलिए यह स्कूल स्वतंत्रता से भी पूर्व बनाया गया सबसे पुराना स्कूल है। वुडस्टॉक स्कूल की फीस भारत में सारे महंगे स्कूलों में से सबसे अधिक है यानी 16 लाख रुपए है। एकोले मोंदिअले वर्ल्ड स्कूल (Ecole Mondiale World School) मुंबई के प्रसिद्ध स्कूलों में से एक है। इसकी स्थापना वर्ष 2004 में हुई थी। इस स्कूल में विद्यार्थियों को पढ़ाई से जुड़ी हर सुविधा मुहैया कराई जाती है। इस स्कूल को आईबी (अंतर्राष्ट्रीय बैकलॉरिएट) बोर्ड से मान्यता प्राप्त हुई है। यह स्कूल कक्षा 9 व 10 को IGCSE भी ऑफर करता है। इस स्कूल में IB प्राइमरी ईयर्स प्रोग्राम, मिडल ईयर्स प्रोग्राम व डिप्लोमा प्रोग्राम भी कराए जाते हैं।
इस स्कूल में नामी हस्तियों व धनवान घरों के बच्चे ही पढ़ा करते हैं, क्योंकि इसकी फीस 9,90,000 रुपए के करीब है। अतः एक साधारण व्यक्ति तो इसमें अपने बच्चों के एडमिशन का सोच भी नहीं सकता है। 250 एकड़ जमीन में फैले हुए इस स्कूल का ऐतिहासिक महत्त्व भी काफी ज्यादा है। वेल्हैम बॉयज़ स्कूल (Welham Boys’ School) देहरादून में है। ये भारत के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक माना जाता है। इस स्कूल के कठोर नियम-कानून की वजह से भी यह काफी चर्चित है। इस स्कूल की फीस करीब 5, 70, 000 रुपए है। इसमें भी प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ राजीव गांधी, मणिशंकर अय्यर, नवीन पटनायक, संजय गांधी तथा विक्रम सेठ जैसे नामी लोगों ने पढ़ाई की है।
तो दोस्तों, अब आप भारत के सबसे महंगे स्कूलों (Bharat ke Sabse Mehnge School) के बारे में जान ही गए होंगे, जिनमें एडमिशन लेना आम आदमी की पहुँच से परे है।