रुद्रपुर। कृषि कानून वापस न लिए जाने तक गाजीपुर बॉर्डर पर ही डटे रहने के संकल्प के बीच तराई क्षेत्र के किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर ही गुरु गोबिंद सिंह का प्रकाशोत्सव मनाया। सिख पंथ के दशम गुरु के बताये मार्ग पर चलते हुए अन्दोलन और तेज करने का ऐलान किया।
गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाशोत्सव पर घोषित कार्यक्रम के तहत संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आंदोलन स्थल पर 8 बजे से 10:30 बजे तक नगर कीर्तन का आयोजन किया। यह शोभा यात्रा व नगर कीर्तन पंच प्यारों की अगुवाई में क्रांति गेट से प्रारम्भ होकर पूरे आंदोलन स्थल से होते हुये मुख्य मंच पर पहुंचकर सम्पन्न हुआ। इस दौरान विभिन्न स्थानों पर आंदोलनकारी किसानों, महिलाओं व सन्त महापुरुषों ने सरोपा भेंट कर व पुष्प वर्षा कर स्वागत पंच प्यारों व समूह सांगत का स्वागत किया। इसके उपरान्त आंदोलन कमेटी के सदस्यों द्वारा मंच पर पंच प्यारों,सन्त महापुरुषों व पूर्व सैनिकों को शाल ओढाकर सम्मानित किया गया। किसान आन्दोलन कमेटी के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह ने समाज को अन्याय के आगे न झुकने की सीख दी है। उनके प्रकाशोत्सव पर जाति-धर्म के भेद से ऊपर उठाकर गाजीपुर के आन्दोलनरत सभी किसानों ने मोदी सरकार के समक्ष न झुकने का संकल्प लिया है। जब तक काले कृषि कानून वापस नहीं होंगे किसान अपने आन्दोलन से एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे।