भौंपूराम खबरी, रूद्रपुर। आपके अपने वेब पोर्टल “भौंपूराम खबरी” की खबर का एक बार फिर से बड़ा असर हुआ है। किच्छा रोड स्थित ट्रेन्चिंग ग्राउंड में बने कचरे के पहाड़ का निस्तारण न होने की खबर दिखाने बाद नगर निगम हरकत में आया है और देर से ही सही मगर आखिरकार शहरवासियों को आखिरकार इस कचरे के पहाड़ से छुटकारा मिलने जा रहा है। शुक्रवार को निगम के मेयर रामपाल सिंह ने कचरे से सीएनजी तैयार करने वाले हाईटैक सीबीजी प्लांट का विधिवत भूमि पूजन किया। यहाँ एक निजी कंपनी कचरे से सीएनजी गैस का निर्माण करेगी।
मेयर रामपाल सिंह ने बताया कि फाजलपुर महरौला में स्थापित इस कूड़ा विधायन संयंत्र में प्रतिदिन लगभग 37500 किग्रा जैविक गीले कूड़े का निस्तारण होगा। इसके लिए निगम ने छह एकड़ भूमि का आवंटन किया गया है। सिंह ने बताया कि यह कूड़ा विधायन संयत्र उत्तराखण्ड का पहला बायो मीथेनेशन प्लांट (सीबीजी) है। भूमि पूजन के साथ ही पुणे की मैलहम कम्पनी ने इस आधुनिक प्लांट को लगाने का काम आज से ही शुरू कर दिया है।
वेब पोर्टल “भौंपूराम खबरी” ने बीते दिनों शहर में कूड़े के निस्तारण न होने की खबर को प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद मेयर रामपाल सिंह की पहल पर किच्छा रोड स्थित ट्रचिंग ग्राउण्ड को हटाने के लिए वहां पर ट्रोमल कनवेयर मशीन के माध्यम से कचरे को निस्तारित करने का काम युद्ध स्तर पर जारी किया गया। अब फाजलपुर महरौला में नगर निगम की भूमि पर शहर के कचरे को निस्तारित करने के लिए सीबीजी प्लांट लगाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। नगर निगम ने कचरा निस्तारण हेतु जैविक कचरा उपचार संयंत्र लगाने के लिए पुणे की मैलहेम इकोस एनवायरमेंट कंपनी के साथ पिछले दिनों एमओयू साइन किया था। भूमि पूजन के दौरान मेयर सिंह ने बताया कि महानगर में अब कचरा समस्या नहीं, बल्कि वरदान साबित होगा। सीबीजी प्लांट लगने के बाद कचरा नगर निगम के लिए आय का स्रोत भी बनेगा। शहर के कचरे को रीसाइकिल करके नगर निगम सीबीजी प्लांट में सीएनजी गैस तैयार करेगा। जीरो इंवेस्टमेंट में रेवन्यू आफ द गवर्नमेंट के आधार पर यह इस प्रकार का प्रोजेक्ट है जिसमें एक रुपये वर्ग मीटर की दर से निगम को किराया मिलेगा और साथ ही कचरे का भी तीन रुपये प्रति मीट्रिक टन के हिसाब से कंपनी द्वारा भुगतान मिलेगा। प्लांट डीएफबीओटी माॅडल पर स्थापित किया जा रहा है जिसमें नगर निगम रूद्रपुर द्वारा किसी भी प्रकार की धनराशि का व्यय नहीं किया जाना है। उक्त प्लांट 25 वर्षों के पश्चात पूर्ण रूप से नगर निगम रूद्रपुर को हस्तांतरित कर दिया जायेगा। मेयर ने कहा कि नगर निगम रुद्रपुर के वाहनों को गैस की आपूर्ति करने के साथ ही इसे बेच कर मुनाफा भी कमाएगी। इस परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक पिछले दिनों कर चुके हैं । उन्होंने कहा कि शहर का विकास उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि शहरवासियों के सहयोग के बिना कोई भी काम असम्भव है। इस मौके पर नगर आयुक्त रिंकू बिष्ट, कम्पनी के एसिस्टेंट मैनेजर हर्षल जाधवर, प्लाट साइड सविल इंचार्ज युवराज सिंह कठायत, गुकुल सिंह, राजेश सिंह मौजूद रहे ।।