भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर | राज्य के तीनों निगमों के ऊर्जाकर्मियों की सचिव और फिर मुख्य सचिव से वार्ता विफल हों के बाद उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने सोमवार रात 12 बजे से हड़ताल शुरू कर दी। इसके तहत न तो यूजेवीएनएल के विद्युत गृहों पर कर्मचारी काम करेंगे और न ही बिजली से जुड़ी किसी भी गतिविधि में सहयोग करेंगे। वहीं, हड़ताल के बाद कई क्षेत्रों में बिजली की समस्या सामने आने लगी रुद्रपुर सिडकुल में मौजूद कई कंपनियों पर भी इसका असर रहा ।
यूजेवीएनएल, पिटकुल के 10 संगठनों के करीब 3500 बिजली कर्मचारी चरणबद्ध आंदोलन चला रहे हैं। रुद्रपुर में भी करीब 100 स 150 कर्मचारीयों ने आंदोलन में शामिल होकर अपनी 14 सूत्रीय मांगो को पूरा किये जाने की मांग की | इन मांगो में संगठन ने सभी कार्मिको को पुरानी पेंशन योजना का लाभ, तीनो निगमों के कार्मिको को सातवे वेतन आयोग के अनुसार अनुमन्य विभिन्न भत्तों क दिए जाने , ग्रेड-द्वितीय को पूर्व की भाति 3,2 , और 1 प्रारंभिक वेतनवृद्धि का लाभ देते हुए वेतनमान निर्गत किये जाने और अवर अभियंताओं का ग्रेड वेतन 1.1.2006 से 4800 किये जाने जैसी मांगे शामिल रही | संगठन के प्रमुख महामंत्री एमएन उप्रेती ने बताया कि संगठन द्वारा समस्याओं के समाधान हेतु जल्द कार्यवाही की मांग की गई है | उन्होंने कहा कि मांगो को लेकर संगठन पिछले 40 दिनों से अलग अलग स्तर पर हड़ताल कर रहा है | हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों में वाईसी जोशी, अंशुल मदान, प्रकाश शाह, शुभाष चंद शर्मा, उस्मान खां, अल्ताफ अहमद, संतोष शर्मा, अंजलि सक्सेना, संजय सिन्हा, मनोज जोशी, सुमित कुमार सिंह, प्रवीण कुमार कुलदीप राठी, पारुल कुमार और रूप बसंत आदि लोग शामिल रहे |