भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। पंतनगर सिडकुल स्थित इंटरार्च फैक्ट्री के मजदूर संगठन ने विधायक राजकुमार ठुकराल के निवास पर पहुंचकर सात सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कम्पनी के साथ चल रहे विवाद में विधायक से सहयोग माँगा।
ज्ञापन में संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि इंटरार्च बिल्डिंग प्रोडक्ट प्राईवेट लिमिटेड सिडकुल पंतनगर व किच्छा प्रबंधन व यूनियन के मध्य 15 दिसम्बर 2018 को श्रमिकों की कार्य बहाली करने व अन्य बिंदुओं पर लिखित समझौता हुआ हुआ था। जिसमें समस्त श्रमिकों की कार्य बहाली करने की बात स्पष्ट रूप में दर्ज है। कंपनी प्रबंधन पुलिस केस का बहाना बनाकर बाद में उक्त समझौते से मुकर गए और तीस से अधिक श्रमिकों की सेवाएं समाप्त कर दी गयी। पूर्व में श्रमिक संयुक्त मोर्चा उधम सिंह नगर के अध्यक्ष अन्य यूनियनों के प्रतिनिधि मण्डल को अपर पुलिस अधीक्षक द्वारा स्वयं ही आश्वासन दिया था कि पुलिस श्रमिकों के पक्ष में कोर्ट में फाईनल रिपोर्ट लगा देगी और उक्त श्रमिकों पर दर्ज मुकदमे स्वतः ही निरस्त हो जायेंगे और कोर्ट में चल रहा मुकदमा भी श्रमिकों के पक्ष में समाप्त हो जाएगा। श्रमिकों ने कहा कि उक्त प्रतिष्ठान भारी इंजीनियरिंग उद्योग है। परंतु कंपनी प्रबंधन द्वारा ठेकेदारों को श्रम विभाग द्वारा प्रदान लाइसेंसों का दुरूपयोग कर अप्रशिक्षित ठेका मजदूरों व अप्रेटिंगस मजदूरों से खतरनाक मशीनों एवं मुख्य उत्पादन गतिविधियों में कार्य करा कर श्रमिकों के जानमाल से खिलवाड़ किया जा रहा है। आये दिन मजदूर विकलांग हो रहे हैं ऐसे में मानवता की रक्षा को हस्तक्षेप आवश्यक है। किच्छा प्लांट के कई सेक्शन ठेका श्रमिकों के हवाले कर दिये गये हैं। श्रमिकों ने मांग उठाई कि वर्ष 2018 में आंदोलन के दौरान श्रमिकों पर दर्ज समस्त मुकदमे वापस हों, 15 दिसम्बर 2021 को संपन्न समझौते के अनुसार समस्त बर्खास्त व निलंबित श्रमिकों की कार्य बहाली की जाये, प्रतिष्ठान में चली गैर कानूनी ठेका प्रथा पर रोक लगाई जाये, ठेकेदारों के लाइसेंस का दुरुपयोग करने वाले सेवायोजक व ठेकेदारों को दंडित किया जाये, ठेकेदारों के लाइसेंस को निरस्त किया जाये और मांग पत्र वर्ष 2020 व 2021 पर समझौता कराया जाये।