रुद्रपुर। केंद्र सरकार द्वारा पारित नए कृषि क़ानूनों के विरोध में किसान कांग्रेस के बैनर तले निकली गयी ट्रैक्टर रैली फ्लॉप साबित हुई। तमाम दावों और सूबे के कद्दावर भाजपा नेताओं की मौजूदगी के बावजूद भी कांग्रेस नेता रैली में सौ ट्रैक्टर नहीं जुटा पाए। उस पर भी अधिकांश ट्रैक्टरों पर किसान नहीं बल्कि कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता ही सवार नजर आये। रैली के दौरान कांग्रेस की गुटबाजी भी खुलकर सामने आई।
जिले में गुरुवार को किसान संगठनों द्वारा सफल ट्रैक्टर रैली निकालने के बाद कांग्रेस पार्टी ने भी किसानों के समर्थन में रैली निकालने का ऐलान किया था। इसके लिए किसान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुशील राठी के कमान संभालने के साथ ही पार्टी के अन्य नेताओं ने भी अपनी ताकत झोंक दी थी। कहा गया था कि सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर इस रैली में शामिल होंगे। कार्यक्रम की सफलता के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल, पूर्व मंत्री तिलक राज बेहड़ और पूर्व विधायकों को भी आमंत्रित किया गया। मगर शुक्रवार को तराई भर से कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे पार्टीजनों के अलावा इस रैली में किसान नगण्य संख्या में दिखे। यहाँ तक कि नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश सहित कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने इस रैली से किनारा कर लिया। आलम यह था रैली में सौ ट्रैक्टर भी नहीं जुटे।
स्थानीय गल्ला मंडी से लगभग एक बजे पूर्व सीएम हरीश रावत और कांग्रेस प्रभारी देवेन्द्र यादव ने रैली को रवाना किया। गल्ला मंडी से भगत सिंह चौक, बाटा चौक, अग्रसेन चौक, दीनदयाल चौक और इंदिरा चौक होते हुए यह रैली वापस गल्ला मंडी में आकर समाप्त हुई। रैली में पूर्व विधायक हरीश दुर्गापाल, नारायण पाल. गुरप्रीत सिंह ढिल्लों, संदीप चीमा, सुशील गावा, अजय चौधरी, सुभाष बेहड़, विनोद कोरंगा, प्रकाश तिवारी, अमन कुमार, सतवीर चौधरी, महेन्द्र सिंह, अकरम खान, राॅकी टाकुली, कमल पाण्डेय आदि ने प्रतिभाग किया।