भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। नहाय खाय और सोमवार की बाजार बंदी के बाद मंगलवार को छठ पूजा के लिए खरीदारी करने वालों की भीड़ बाजार में देखने को मिली। जहां लोगो ने फल- सब्जी समेत कपड़े और आभूषण भी ख़रीदे। बाजार में पहले की अपेक्षा फलों और सब्जियों के दामों में आई गिरावट से लोगों को काफी राहत मिली। जानकारों की माने तो छठ पूजा को देखते हुए मंगलवार को 25 लाख तक की खरीदारी का अनुमान है। बता दें कि सोमवार को नहाय खाय के बाद मंगलवार को खरना किया गया, जिसमें मीठे चावल खाकर शाम से अगले 36 घंटे का उपवास रखा गया। बाजारों में खरना को लेकर आम की लकड़ी, घी, मिट्टी का चूल्हा, साठी का चावल खरीदने के लिए लोगों की भीड़ बाजारों में दिखी। देर शाम तक सब्जी मंडी में महिलाओं की भारी भीड़ देखने को मिली।
दीपावली के बाद बाजार में एक बार फिर छठ पर्व को लेकर व्यापारियों में उत्साह देखने को मिला जिसे देखते हुए व्यापारियों को 20 से 25 लाख तक की कमाई का अनुमान है। फल व्यापारी राजू के मुताबिक फल और सब्जी विक्रेताओं को खरना के चलते 10 से 12 लाख तक की सेल हुई है। उन्होंने बताया कि बाजार में फल और सब्जियां 20 रुपये से लेकर 100 रुपये तक की कीमत पर उपलब्ध रही। राजू के मुताबिक कम कीमतों के चलते खरीदारी अच्छी हो रही है। गृहणी सुभाषिनी ने बताया कि खरना पर महिलाओं द्वारा खरीदारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि खरने पर मीठे चावल खाकर शाम से अगले 36 घंटे तक व्रत रखा जायेगा । स्थानीय निवासी अशोक के मुताबिक खरना को लोहंडा भी कहती हैं। उन्होंने बताया कि खाय वाले दिन घर को पवित्र कर व्रती अगले दिन की तैयारी करती हैं। अशोक के मुताबिक जब खरना आता है तो सुबह व्रती स्नान ध्यान करके पूरे दिन का व्रत रखते हैं, इसी दौरान अगले दिन भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए प्रसाद भी बनाया जाता है और शाम को पूजा के लिए गुड़ से बनी खीर बनाई जाती है। इस खीर को कुछ जगहों पर रसिया भी कहते हैं कहा कि इस प्रसाद को मिट्टी के नए चूल्हे पर आम की लकड़ी से आग जलाकर बनाया जाता है, हालांकि शहरी इलाकों में मिट्टी के चूल्हे की उपलब्धता न हो पाने की स्थिति में कुछ लोग नए गैस चूल्हे पर भी इसे बनाते हैं पर चूल्हा नया हो और अशुद्ध न हो इसका खास ध्यान रखा जाता है।