उधम सिंह नगर पुलिस के लिए आपदा नहीं , क्रिकेट मैच जरुरी 

भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर।  अब इसे संवेदनहीनता कहें या उधम सिंह नगर पुलिस का क्रिकेट प्रेम, कि जब सूबे में साल 2013 के बाद सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा आई और पूरे देश के हाथ उत्तराखंड की सलामती के लिए प्रार्थना कर रहे थे, तो ऐसे में जिले की पुलिस के आला अधिकारी व अन्य कर्मचारी रुद्रपुर की पुलिस लाइन में क्रिकेट मैच खेलने में व्यस्त थे। रविवार को चमोली जिले में आई आपदा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बंगाल के दौरे पर होने के बाद भी पल-पल के हालात पर नजर बनाए हुए थे, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत हेलिकाप्टर से हिम प्रलय पर निगाह रखे थे औरअधीनस्थों को राहत कार्यों के लिए आदेशित कर रहे थे। स्वयं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी भारतीय जल सेना से संपर्क बनाते हुए प्रदेश में जान-माल की सुरक्षा के लिए प्रयास कर रहे थे। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के टीमें जान हथेली पर लेकर अधिकाधिक जानें बचाने की कोशिश कर रही थी। उनके साथ हर जिले से हालात पर नजर रखी जा रही थी। मगर इन सबसे बेखबर उधम सिंह नगर का पुलिस विभाग क्रिकेट मैच खेलने में मगन था।


बता दें कि चमोली के रैनी गाँव के पास ग्लेशियर टूटने से धौलीगंगा में हिम प्रलय आई थी। रविवार को हुए इस हादसे में ऋषिगंगा नदी पर स्थापित जलविद्युत परियोजना भी पूरी तरह तबाह हो गयी। सात लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है और डेढ़ सौ से अधिक लोग लापता है। यहाँ तक कि आपदा के आते ही केंद्र सरकार व सूबे का नेतृत्व हरकत में आया और राहत कार्यों में तमाम टीमें लगा दी गयी। लगभग दस बजे हुए इस हादसे का अवलोकन करने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत बारह बजे तक स्वयं हेलिकाप्टर में सवार होकर नुक्सान व राहत कार्यों का जायजा लेने निकल लिए। लेकिन इसके विपरीत उधम सिंह नगर पुलिस ने पुलिस लाइन में अपराह्न 11 बजे क्रिकेट का मैच खेलना शुरू किया। जिस घटना ने देश को एक सूत्र में पिरो दिया और देश के लोग दुआओं तथा प्रार्थनाओं में लग गये। तो उस घटना का अपने ही प्रदेश के एक जिले की पुलिस पर रत्ती भर फर्क न पड़ना न सिर्फ हैरान करता है बल्कि यहाँ की पुलिस की संवेदनहीनता भी दिखाता है। यही नहीं अधिकारियों द्वारा इस मैच के बाद भोजन में मांसाहारी व्यंजन परोसे गये। यहाँ इनका कहना था कि बर्ड फ्लू के कारण मुर्गा नहीं बल्कि बकरा बनाया गया है। दो बजे तक चले इस मैच में बाद में खुशियाँ मनाई गयी और पुरस्कार भी बांटे गये मगर इस बीच यहाँ के शीर्ष अधिकारियों ने एक बार भी चमोली की आपदा में मारे गये व लापता हुए लोगों और उनके परिवारों के बारे में संवेदना का एक शब्द भी बोलना मुनासिब न समझा। सबसे बड़ी बात कि जिले की पुलिस के आला अधिकारी पूरे समय रविवार और इस क्रिकेट मैच का आनंद लेते रहे।

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