भोंपूराम खबरी। उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने चमोली जेल में बंद कुख्यात डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को अन्य राज्यों में पेशी के दौरान सुरक्षा प्रदान करने और उपयुक्त भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। वरिष्ठ न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा की अदालत में प्रकाश पांडे की ओर से याचिका दायर कहा गया कि वह गंभीर हृदय रोग से पीड़ित है। उसका उपचार सही तरीके से नहीं किया जा रहा है। पुलिस उपचार के नाम पर सामान्य अस्पताल में दिखाकर इतिश्री कर लेती है। जिससे उसे उचित उपचार नहीं मिल पा रहा है। साथ ही उसे उपयुक्त भोजन भी नहीं मिल पा रहा है।याचिकाकर्ता की ओर से यह भी कहा गया कि उसकी जान को खतरा है। पेशी के दौरान उत्तराखंड की पुलिस उसे अन्य राज्यों की पुलिस को सौंप देती है जिससे उसकी जान को खतरा है। उसे मारने के लिये दो बार असफल प्रयास किया गया है। याचिकाकर्ता की ओर से दूसरे राज्यों में पेशी के दौरान उत्तराखंड पुलिस को सुरक्षा उपलब्ध कराने और जेल में कम तेल व मसाला युक्त भोजन उपलब्ध कराने की मांग की गयी। अदालत ने याचिकाकर्ता की दोनों मांगे मान ली और याचिकाकर्ता को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार कराने और उपयुक्त भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश सरकार को दिये हैं।