रुद्रपुर। युवाओं को सेवायोजन कार्यालय में पंजिकरण सहित अन्य कार्यांें के परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विभाग के मुख्यालय सहित तहसील स्तर के कार्यालयों में भी पर्याप्त कर्मचारियों के अभाव में युवाओं को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल पा रही है।स्थिती यह है कि एक ही कर्मचारी को दो जगहों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि तैनात कर्मचारी की अनुपस्थित में तहसील स्तर के कार्यालय को कार्य दिवस में भी बंद करना पड़ता है।
जिला सेवायोजन कार्यालय में कर्मचारियों की तंगी का आलम यह है कि तहसील खटीमा स्थित कार्यालय की देख रेख का जिम्मा मुख्यालय में तैनात एक वरिष्ठ सहायक को दिया गया है। जबकि मुख्यरुप से उनकी तैनाती जिला मुख्यालय में है। खटीमा कार्यालय में ताला लगा होने के कारण युवाओं को जानकारी मिले बगैर ही वापस होना पड़ता है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यहां रोजगार के लिए अनेक प्रकार के प्रशिक्षण दिए जाते है। जबकि स्थिति यह है कि यहां सेवायोजन से जुड़ी अनेक उपयोगी जानकारियोें से युवाओं को वंचित होना पड़ रहा है।
उधर दिनेशपुर स्थित कार्यालय का भी कमोबेस यही स्थिती हैं। वर्तमान में मुख्यालय में मुख्य सेवायोजन अधिकारी समेत कुल दस पद स्वीकृत हैं जबकि इसके सापेक्ष दो पद रिक्त है। कर्मचारियों की कमी के चलते मौजूद कर्मचारियों को अन्य पटलों को कार्य भी देखना पड़ रहा है। ऐसे में मुख्यालय सहित तहसील स्तर पर जानकारी के लिए युवाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।जिला सेवायोजन अधिकारी राजेंद्र पंत ने बताया कि कर्मचारियों की नियुक्ति के बारे मेंइससे पूर्व कई बार सूचित किया गया है।