भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। केंद्र द्वारा पारित कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के भारत बंद का उधम सिंह नगर जिला मुख्यालय रुद्रपुर में मिला जुला असर देखने को मिला। शहर के मुख्य बाजार में अनेक व्यापारियों ने स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान बंद रखे तो शहर की कालोनियों और अन्य बस्तियों में बंद का असर अपेक्षाकृत कम रहा। हालांकि साप्ताहिक बंदी के कारण पहले से बाजार बंद ही था।
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आहूत भारत बंद को सफल बनाने के लिए किसानों ने गल्ला मंडी से मुख्य बाजार होते हुए महाराजा रणजीत सिंह पार्क तक जुलूस निकाला और सुबह के समय लगभग एक-चौथाई खुले बाजार को भी हाथ जोड़कर बंद कराया। इस दौरान केवल आपातकालीन वस्तुओं की दुकानों को ही खोलने की अनुमति थी। जिसमें डेयरी, मेडिकल शॉप व पेट्रोल पंप शामिल थे। भारत बंद को विभिन्न किसान यूनियनों के अलावा कांग्रेस और आप पार्टी ने भी खुलकर समर्थन किया।
इस दौरान महाराजा रणजीत सिंह पार्क के पास सभा कर किसान नेताओं ने केंद्र सरकार द्वारा लागू तीन कृषि कानने को किसान विरोधी बताया। कहा कि केंद्र सरकार जबरन किसानों पर काले कानून लाद रही है। जिससे किसानों के साथ देश के हर नागरिक को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। कहा कि किसान आंदोलन को हर वर्ग के आदमी का समर्थन मिल रहा है। इसलिए सरकार को झुकना ही पड़ेगा और किसानों की मांगो को हर हाल में पूरा करना होगा।
इस दौरान भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के जिलाध्यक्ष साहब सिंह विर्क ने कहा कि केंद्र सरकार को किसान विरोधी कृषि कानून वापस लेने होंगे। यह किसान विरोधी बिल किसानों पर लादकर सरकार पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने का कार्य कर रही है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलकराज बेहड़ ने कहा कि किसान पिछले करीब 10 महीने से सड़क पर उतरकर किसान विरोधी बिल का विरोध कर रहा है। लेकिन सरकार के कान में जू तक नहीं रेंग रही है। जिससे किसान परेशान है। सरकार जबरदस्ती किसानों पर यह बिल लादने का कार्य कर रही है। जिसको लेकर कांग्रेस किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और किसानों को समर्थन करते हुए इन काले कृषि कानूनों को पुरजोर विरोध करेगी। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के नगराध्यक्ष संजय जुनेजा ने कहा कि किसान और व्यापारी एक दूसरे के पूरक है। इसलिए किसान बंद को सफल बनाने में सहयोग प्रदान कर रहे है। कहा कि पूर्व में ही किसान नेताओं से बंद के बाबत बातचीत हो चुकी थी। यह तय किया गया था कि दुकानदार स्वेच्छा से अपनी दुकान बंद कर किसानों का समर्थन करेगे। उन्होने बंद को शांतिपूर्ण और सफल बताया।
बंद के दौरान करनैल सिंह, परदीप सिंह, सतपाल सिंह, मनवीर सिंह, जगदीप सिंह, इंदरजीत सिंह, सतविन्दर सिंह, गुरमीत सिंह, कावल सिंह, अमन सिंह, अमरजीत सिंह, हरप्रीत सिंह, तरविन्दर सिंह मारवाह सहित जगदीश तनेजा, अरूण कुमार पाण्डेय, संदीप चीमा, मीना शर्मा, सीपी शर्मा, अनिल रावत, नंदलाल, कपिल सिन्हा आदि ने धरना दिया।