भोंपूराम खबरी,देहरादून। राज्य में बढ़ते हैण्ड फुट माउथ डिजीज टोमाटो फ्लू की गंभीरता को देखते हुए उत्तराखंड चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रभारी सचिव डॉ राजेश कुमार ने सभी जिला अधिकारियों और सभी जिला चिकित्सा अधिकारियों को पत्र लिखकर एच एफ एम डी प्रकोप को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जाने को कहा है तथा इसके नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए तुरंत निरोधात्मक कार्रवाई किए जाने के निर्देश प्रभारी सचिव ने जारी किए हैं।
प्रभारी सचिव राजेश कुमार के द्वारा जारी पत्र में कहा गया है इसका संक्रमण खांसने वा छींकने से फैलता है वह संक्रमित व्यक्ति के नजदीकी संपर्क में आने से थूक अथवा लार के संपर्क से फैलता है इसकी रोकथाम के लिए व्यापक प्रयास किए जाने चाहिए उन्होंने कहा कि इसके लक्षण यानी इन्फेक्शन के दौरान बुखार का आना,बदन दर्द,जी मचलाना,भूख ना लगना,गले में सूजन व दर्द और दस्त लगना होता है इसके अलावा जोड़ों में सूजन आदि के साथ-साथ एक से 2 दिन के भीतर मसूड़ों, चेहरे, जीभ एवं हाथ व पंजों में चकत्ते आ जाते हैं, इसके बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने गाइडलाइन जारी की है जिसके तहत संक्रमित बच्चे अथवा व्यक्ति को बीमारी की अवधि के दौरान आइसोलेट करना ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके इसके अलावा बच्चों को जागरूक किया जाए चकत्तो को रगड़ा ना जाए, साथ ही मास्क का इस्तेमाल एवं छींकते वह खांसते समय सावधानी बरतनी चाहिए। ।
पत्र में इसके उपचार के लिए भी मामूली रोग के रूप में परिलक्षित किया गया है एवं सामान्य लक्षणों के साथ-साथ स्वता ही ठीक होने वाला रोग है थोड़ी सी सावधानी से रोग को पूरी तरह से नियंत्रण में किया जा सकता है लक्षण होने पर शरीर में समुचित हाइड्रेशन रखा जाए प्रचुर मात्रा में पानी एवं तरल पदार्थ का सेवन किया जाए,संतुलित आहार लिया जाए,हरी सब्जियां ,फल, प्रोटीन, डाइट एवं विटामिन का सेवन किया जाए बुखार और दर्द के लिए पेरासिटामोल का इस्तेमाल किया जाए पत्र में जिला अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए लिखा गया है कि एचएफएमडी की स्थिति की कड़ी निगरानी करें तथा समस्त राजकीय एवं निजी चिकित्सालय में सभी चिकित्सकों एवं संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों को एचएफएमडी के नियंत्रण एवं बचाव के पहलुओं पर जागरूक करें आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से जन समुदाय में एचएफएमडी के बचाव पर जागरूक किए जाने के निर्देश प्रभारी सचिन ने दिए हैं।