अंकिता से पहले पति-पत्नी ने भी भागकर बचाई अपनी जान

भोंपूराम खबरी। उत्तराखंड अंकिता भंडारी हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ जिसमें पूर्व में वनंत्रा रिजॉर्ट में काम कर रहे हैं पति पत्नी ने सामने आकर बड़ी बातें बताई है। दोनों पति-पत्नी फिलहाल मेरठ में रहते हैं। देहरादून की इशिता ने विवेक से शादी रचाई। उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें भागकर जान बचानी पड़ी। दोनों पति-पत्नी जून महीने तक यही काम कर रहे थे। मात्र 2 महीनों में वह इतने परेशान हो गए की उन्हें रातोंरात यहां से भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी। दोनों पति पत्नी ही होटल मैनेजमेंट के कोर्स के बाद नौकरी तलाश रहे थे, तभी उन्हें पुलकित आर्य के इस रिजॉर्ट में स्टाफ रिक्वायरमेंट की जानकारी मिली। दोनों ने यहां पर आकर पुलकित आर्य से संपर्क किया, दोनों की यहां नौकरी लग गई। जिसके बाद पुलकित आर्य उन्हें इतना परेशान करता था कि कई बार उन्होंने यहां से भागने की कोशिश की, लेकिन हर बार वह असफल रहे। पुलकित आर्य अपने चंगुल में यहां के स्टाफ को फंसाकर रखता था, जिसके कारण यहां से निकलना मुश्किल होता था। इशिता के ऊपर पुलकित आर्य ने चोरी का आरोप लगाया। चोरी का आरोप लगाने के बाद उनसे बकायदा लिखित में माफी मंगवाई, जबकि उन्होंने कोई चोरी नहीं की थी। जिसके बाद वह इतने परेशान हो गए कि रात और रात वहां से भागना ही उन्होंने मुनासिब समझा।

दोनों पति पत्नी का कहना है कि रिजॉर्ट में हमेशा कुछ लड़कियों का आना जाना लगा रहता था, उनके नाम और नंबर पुलकित आर्य कभी नोट नहीं करने देता था। पुलकित आर्या कुछ वीआईपी लोगों को लेकर आता था जिनके लिए वह लड़कियां मंगाई जाती थी। साथ ही दोनों पति पत्नी ने बताया कि रिसोर्ट में भारी मात्रा में शराब तो आती ही थी बल्कि साथ में सुल्फा गांजा और अन्य तरह करना चाहिए चीजें भी रिसोर्ट में मौजूद रहती थी। यह सारा इंतजाम पुलकित आर्य के कुछ वीआईपी दोस्तों के लिए किया जाता था। इशिता ने बताया कि पुलकित ने मेरे पति से कहा अपनी पत्नी को रूम में भेज दो,तब हम दोनों को बहुत अजीब लगा। उन्होंने मुझसे जबरदस्ती रूम में खाना मंगवाने की जिद भी की थी। उस वक्त पुलकित आर्य शराब के नशे में था, लेकिन मैं वहां नहीं गई। इस बात से पुलकित बेहद नाराज हुआ। जो लड़कियां दूसरे कस्टमरों के लिए बुलाई जाती थी उसके साथ पुलकित भी एंजॉय करता था। दोनों पति-पत्नी ने बताया कि जब उन्होंने परेशान होकर पुलिस को फोन किया तो यह जानकारी पता लगी कि ये पुलिस क्षेत्र नहीं है, यह राजस्व क्षेत्र है। जिसके बाद हमने पटवारी को फोन किया,पटवारी ने यहां पर आकर उल्टा हमें ही धमकाया। साथ ही पटवारी ने इस बात की भी हिदायत दी कि अगर यहां ज्यादा तेज बनने की कोशिश करोगे तो उन्हें अंजाम भुगतने होंगे। आगे उन्होंने यह भी बताया कि पटवारी अमूमन यहां पर कई बार रात और दिन में आया करता था। पुलकित आर्य के पटवारी और उससे जुड़े हुए लोगों से अच्छे संबंध थे।

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