गणेश उपाध्याय ने सहकारिता सचिव से बात कर सहकारिता भर्ती घोटालें के सबूत सौंपे

भोंपूराम खबरी। उधम सिंह नगर जिला सहकारी बैंक चतुर्थ श्रेणी भर्ती घोटाला की तह तक जाने के लिए पूर्व दर्जा मंत्री व प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डा० गणेश उपाध्याय ने सहकारिता सचिव वी०वी० आर पुरुषोत्तम से टेलीफोन पर बात करते हुए सहकारिता भर्ती घोटालें के तमाम सबूत सौंपे तथा भ्रष्टाचार की सीबीआई से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। उन्होने सहकारिता सचिव को बताया कि हल्दुआ, सितारगंज, किच्छा, भंगा के तमाम अभ्यर्थियों ने सहकारिता विभाग में भर्ती में भ्रष्टाचार की बात उजागर करते हुए चौंकाने वाले तथ्यों से उन्हे अवगत कराया है।। हल्दुआ ग्राम के पूर्व सैनिक सतीश ने अपने परिजनों को बैंक के विभिन्न पदों पर बैठे रसूखदार अधिकारियों को 11.30 लाख रुपए रिश्वत देने की बात की है। परन्तु लगातार आश्वासनों के बाद न तो उनके बच्चों को नौकरी मिली और ना हीं रुपया वापस मिल रहा है। अभ्यर्थियों द्वारा उधम सिंह नगर जिला सहकारी बैंक चतुर्थ श्रेणी भर्ती में जमकर धांधली व धनबल के प्रयोग का आरोप लगाया गया है । एक ही क्षेत्र विशेष के दो दर्जन से अधिक अभ्यर्थियों का चयन भर्ती में घोटाला और धांधली को स्पष्ट उजागर करता है। इस दौरान डॉ ० गणेश उपाध्याय ने आरोप लगाते हुए कहा कि लोकप्रिय भारतीय जनता पार्टी के नेता और सहकारिता मंत्री श्री धनसिहं रावत अपने विभाग के उन अधिकारियों से जांच करा रहे हैं जो पूर्व से ही भ्रष्टाचार के तमाम आरोपों से घिरे हुए हैं। विभागीय मंत्री भ्रष्ट अधिकारियों से घोटाले की जांच कराकर सब रफा-दफा करने की जुगत में लगे हैं जो अत्यंत निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि सहकारी

बैंक घोटाले की सी0बी0आई0 जांच कराई जाए। यदि सरकार शीघ्र जांच नहीं कराती है तो क्षेत्र की जनता तथा बेरोजगारों को साथ लेकर एक बृहद आंदोलन चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री को चाहिए कि नैतिकता के आधार पर घोटालेबाज मंत्रियों से इस्तीफा लेकर बेरोजगारो के साथ न्याय करें तथा देवभूमि उत्तराखंड को कलंकित होने से बचायें।

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