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भोंपूराम खबरी। रुद्रपुर। ऊधमसिंहनगर में यूं तो अवैध निर्माणों पर रोक लगाने के लिए विकास प्राधिकरण मौजूद हैं, लेकिन यह प्राधिकरण कितना पावरफुल है। यह बात लालपुर क्षेत्र में एक भूमाफिया की ताकत से समझा जा सकता है।
हम बात कर रहे हैं लालपुर क्षेत्र में नीलकंठ कालौनी की। कालौनी काटने वाले भूमाफिया ने एक या दो नहीं, चार कालौनी काट दी है। वो भी अवैध।अब वह लालपुर क्षेत्र के ही कनकपुर में अवैध कालौनी काट रहा। खेती की जमीन पर काटी जा रही इस कालौनी में सरकारी चकरोड के साथ नदी न सरकारी जमीन पर कब्जा कटाने की बात बताई जा रही है। ऐसा नहीं की इस भूमाफिया के कारनामे की जानकारी विकास प्राधिकरण या जिला प्रशासन को नहीं है। विकास प्राधिकरण की तरफ से भूमाफिया को बकायदा कई वार नोटिस जारी किए गए हैं, लेकिन आज तक न तो भूमाफिया कभी विकास प्राधिकरण के चौखट पर चढ़ा है और न उसने कभी नोटिस का जबाव दिया है। विकास प्राधिकरण के कोर्ट में चल रहे केस में भी उसने कभी जबाव देना मुनासिब नहीं समझा है। इधर उसकी कालौनी में प्राधिकरण के नोटिस के बाद भी निर्माण बेधडक चल रहे हैं। बताया जाता कालौनी में एक पूर्व विधायक का करीबी भी पार्टनर है। बताया तो यह भी जाता की नीलकंठ नाम से काटी जा रही कालौनियों में पूर्व की पार्टनरशिप भी है। इसी बजह से विकास प्राधिकरण पहले तो भूमाफिया पर मेहरबान बना रहा ,वहीं अब कागजी घोड़े दौड़ा है। जिसे भूमाफिया ठेंगा दिखा रहा है। सवाल यही है कि भूमाफिया पावरफुल है या सिस्टम बेदम हो चुका। सिस्टम के बेदम होने की बजह से जिले में लगातार अवैध कालोनियों काटी जा रही। जिससे सरकार को बड़ा राजस्व घाटा हो रहा,वहीं भूमाफिया मालामाल हो रहे। मामले में जिला विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष हरीश कांडपाल का नीलकंठ को लेकर घिसा पिटा ज़बाब है। उन्होंने बताया कि नीलकंठ कालौनी को नोटिस जारी करने के बाद कार्यवाही की जा रही। उन्होंने बताया कि अभी तक नीलकंठ कालौनी का स्वामी एक बार भी विकास प्राधिकरण के दफ्तर नहीं आया है।