भोंपूराम खबरी। रुद्रपुर में संदीप अरोड़ा के नेतृत्व में मूक बधिर प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी से की मुलाकात। एक मूक बधिर को उनके भतीजों द्वारा मारपीट, चाकू से हमले और धमकी का ज्ञापन दिया। चाकू की घटना का वीडियो पुलिस को दिखाया। थाना रुद्रपुर ने कार्यवाही नही की। एसएसपी ने एफआईआर दर्ज करने के दिए निर्देश। गत 5 अगस्त को रुद्रपुर के एक मूक बधिर इरफान पुत्र मेहरबान निवासी सीर गोटिया नजदीक जामा मस्जिद वार्ड नं 26 को उनके भतीजे रिजवान पुत्र उस्मान अली द्वारा मारपीट, चाकू से हमले और धमकी मामले में कई चक्कर लगाने के बाद भी रुद्रपुर पुलिस द्वारा कार्यवाही ना किए जाने से मूक बधिर इरफान, उसकी मूक बधिर पत्नी फरहा, उनके भाई फरमान अली और वृद्ध माता पिता काफी आहत थे। 3 दिन पूर्व इरफान ने अपने साथ हुए घटना की सूचना देवभूमि बधिर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष एवं हरिद्वार के वरिष्ठ समाजसेवी संदीप अरोड़ा को दी। मूक बधिर इरफान व उनके परिवार की जान का खतरा को देखते हुए संदीप अरोड़ा हरिद्वार से रुद्रपुर पहुंचे। मंगलवार शाम संदीप अरोड़ा के नेतृत्व में 13 सदस्यीय मूक बधिर प्रतिनिधिमंडल ने उधमसिंह नगर के एसएसपी मंजूनाथ टीसी से मुलाकात की ओर उक्त घटना पर उचित कार्यवाही की अपील की। संदीप अरोड़ा ने ज्ञापन में एसएसपी को बताया कि उक्त हमलावरो रिजवान और जीशान से इरफान और उनके परिवार की जान को खतरा है और चाकू की घटना के बाद घर के वातावरण में भय व्याप्त है। इन लोगो द्वारा इरफान के भाई फरमान अली और इरफान के पिता के कमरो पर जबरन कब्जा किया गया है और अक्सर घर मे तोड़फोड़, सबके साथ मारपीट करते है और हत्या की धमकी भी देते है। इसी कारण फरमान अली और उनके परिवार ने डरकर अपना उक्त घर छोड़ दिया और कही और रहने लगे। उन्होंने कहा कि 5 अगस्त की घटना का वीडियो भी बनाई गई जब रिजवान द्वारा इरफान के साथ गाली गलौच, चाकू से हमले की कोशिश और हत्या की धमकी दी गई थी। इसी बीच इरफान के पिता ने बीच बचाव कर जान बचाया था। मूक बधिर इरफान और उनके भाई फरमान ने बताया कि ये दोनो हमलावर उनके बड़े भाई उस्मान अली की पहली पत्नी का पुत्र है। पहली पत्नी की मृत्यु के बाद उस्मान ने दूसरी शादी कर ली और पहली पत्नी के पुत्रो को अपने घर से निकाल दिया था लेकिन उनके पुत्र हमारे मकान पर आकर कब्जा करने बैठ गए। अक्सर नशे में रहते है। हमारे माता पिता ने भी इन पोतो को उनकी हरकतों की वजह से अपने पास रखने से साफ इंकार कर दिया लेकिन ये लोग मकान में जबरन कब्जे किए हुए है और अक्सर तोड़फोड़ करते है और कई बार दादा दादी का सामान बाहर फेंक देते है। इरफान के परिवार ने एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई। देवभूमि बधिर एसोसिएशन के ज्ञापन को पढ़ने के बाद एसएसपी ने अपने मातहतों को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। एसएसपी से मिलने वालो में इरफान अली, उनकी मूक बधिर पत्नी फरहा, भाई फरमान अली, पिता मेहरबान अली, रुद्रपुर मूक बधिर एसोसिएशन के महासचिव सुखराम कंबोज,सदस्य मनीषा नारंग, गौरव नारंग, हिना शर्मा, जाकिर हुसैन, अनूप तिवारी, दानिश अली, शमीम मकील आदि मूक बधिरजन शामिल रहे।