रुद्रपुर। तराई में धीरे धीरे अब धान खरीद में तेजी आनी शुरू हो गई है। अब तक करीब 22 हजार क्विंटल धान की तौल सरकारी कांटों पर हो चुकी है। वहीं कच्चे आढ़तियों ने भी 10 हजार क्विंटल से अधिक की तौल की है। ऐसे में किसान अब खेतों से कटाई में तेजी ला रहे हैं, ताकि समय से तौल हो सके।
खरीफ सत्र 2023=24 धान खरीद के लिए सामान्य दिनों में एक अक्टूबर से कांटे लग जाते हैं और दो सप्ताह के बाद धान के आवक में तेजी आती है। इस बार अवकाश के चलते तीन अक्टूबर से धान खरीद के लिए निर्देश तो दे दिए और आधी अधूरी तैयारियों के बीच कांटे लग गए।
वहीं मिलर्स के बकाए होने के चलते उनका हड़ताल था। करीब एक सप्ताह के बाद हड़ताल खत्म होते ही तौल में भी तेजी आ गई है। इस बार जिने में कुल 202 केंद्र बनाए गए हैं। जिला नोडल अधिकारी सहकारिता बलराज सिंह राज ने बताया कि यूसीएफ, एनसीसीएफ और पीसीयू ने कल तक 21 हजार 600 क्विंटल से अधिक की खरीद की थी। इसमें यूसीएफ ने 19016 क्विंटल, पीसीयू ने 2240 क्विंटल और एनसीसीएफ ने 362 क्विंटल खरीद की है।